मंगलवार, 14 फ़रवरी 2017

खामोशियों..

खामोशियों का लिबास पहने
बारहा तुझे देखा किए,
दिल को पहुंचे दिल की राहें
'इंतिहा' यही सोचा किए..

-अक्षिणी भटनागर-

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