शनिवार, 11 फ़रवरी 2017

वादा..

'इंतिहा' नया इरादा कर लें,
फिर सुबह का वादा कर लें..
           -अक्षिणी भटनागर-

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें